1912 बटन का हाल इस पोस्ट में बताया था।
अब 112 नंबर का भी वही हाल है।
1912 तो सिर्फ पावर न होने पर काम आता था।
112 तो पूरे इंडिया का emergency नंबर है (यहाँ तक की 100 नंबर की भी जगह इसने लेनी है, 100 नंबर धीरे धीरे बंद हो जाएगा)।
लेकिन इसको इम्प्लेमेंट हरेक स्टेट ने अपने लेवेल पर करना था। और अंरिंदर सिंह का हाल सबको मालूम ही है।
अपने इंपोर्टेंट डिपार्टमेंटस के साथ इसका कनैक्शन करना था। जिसमें से सबसे महतव्पूरण पुलिस डिपार्टमेंट था।
लेकिन इसका हाल ट्रिब्यून के बठिंडा पेज पर भी आ गया अब तो।