आज सुबह एक जैंटल मैन घोड़ा चौक साइड से अजीत रोड की तरफ जाना चाहता था, जो की प्रोहिबिटेड एंट्री है।
उसने आते ही धमकाना शुरू कर दिया। जब ट्रेफिक वाले ने अपनी सूझ बूझ दिखाते हुए उसकी विडियो शूट करनी चाहिए (ताकी वो बाद में झूठ न बोल सके, जो की उसने बोला), तो उसने उस पुलिस वाले के मुह्न पर इतनी ज़ोर से थप्पड़ मारा की उसका मोबाइल कहीं का कहीं जा गिरा।
इतना होंसला??!! इतना अहंकार? !!
वो कहाँ का वकील है? या किस चीज़ का प्रधान है? उस संस्था के चरित्र पर भी संदेह होता है मुझे।
कैसे कैसे लोग हैं बठिंडा में (या दुनिया में)। और फिर येही लोग कहते हैं की पुलिस अपना सही से काम नहीं कर रही।
मैं सोचता हूँ की क्या होता अगर आज विडियो कैमरा ने सही से सबूत न दिखाया होता? तो लोग शायद पुलिस वाले को गलत कह देते।
मैं उन सभी विडियोस व फोटोस को यहाँ डाल रहा हूँ, के लिंक शएर कर रहा हूँ जो आज सुबह से सोश्ल मीडिया पर घूम रही हैं।
मैं यह समझता हूँ की पुलिस ने पिछले 30 वर्षों में अपनी reputation इतनी खराब कर ली है की कोई भी बंदा भीड़ इकठी करके कहेगा की पुलिस ने उसके साथ गलत किया है, तो पुलिस की कोई नहीं सुनेगा, पब्लिक उस बंदे को ही सही मानेगी।
कुछ लोग कह रहे हैं की ट्रेफिक पुलिस मैन की लेफ़्ट आर्म की फ़ीती भी पकड़ कर खींच लीं/उखाड़ दीं।
Aaj aapne sachaai dekhi jis ki galti thi wo apni galti nhi Maan reha tha…upar see apni uniyan ki dhoonss jemaa raha that…ye wo log hai Jo kaanun KO kuj nhi samjte…
Have u seen in video that he ever tried to cross the road …
Yet he can cross as there is only one policeman
But he requests u can see in video
In entire video he never tries to cross road but just requesting
But thereafter rude conversations he has to said about his self …
Thereafter the policeman started to make video saying that he is crossing the road .(which is wrong acc to me)
Then a person may become angry who has some social name that someone try to defame him
He threw his phone in anger (which is wrong acc to me also)
But now we cannot decide on social media who is wrong right
The latest footage from chowk top CCTV clearly shows that policeman was right. Agar ye video naa aati to shayad sabhi ne policeman ko hi culprit samajhna tha… But everything is clear now. The suspected person misbehaved to a policeman during duty time. It’s a punishable offense & he should be punished accordingly.
अगर आज पुलिस वाले के खिलाफ येह मामला जाता हैं तो समाज के लिए इक गलत सन्देश जायेगा , और पुलिसवाले अपनी ड्यूटी ईमानदारी से करने में हिचेंकेगे , जो कतई अच्छा नहीं हैं
यह ट्रेफिक कर्मचारी सच में ही तारीफ के काबिल है।
जब इसकी बस स्टैंड पर ड्यूटि थी, तब भी यह पूरी सख्ती से ट्रेफिक रुल्स का पालन करवाता था।
उसकी एक उधारण (इसी रणजीत सिंह पुलिस वाले की) यह भी देखिये: