मुझे अपने लेवल पर आज भी Harjinder मेला (बठिंडा के एक व्यापारी) जी का बहुत दुख है। वो एक अच्छे मेहनती और समाज सेवी व्यक्ति थे।
उससे अधिक दुख इस बात का है की उनके कत्ल की बजह सामने नहीं आ पाई।
कल गोलड़ी बरार की नई औडियो सुन कर दिमाग में आया (जितनी भी समझ है उसके हिसाब से) की जो बड़े बदमाश होते हैं, वो एक - दो कत्ल इस लिए भी कर देते हैं की ऐसे बंदे को मार दो जिससे की जनता में नाम और दहशत बनी रहे।
गोलड़ी की औडियो के बाद यह लगा की पहले/पिछले वर्ष मर्डर के बाद गोलड़ी ने कुछ और तरह की बजह बताई थीं, और आज कुछ और तरह की, तो यह लगता है की असल में उन्होंने सिर्फ दिखावा करने के लिए ही सिद्धू मूसे वाले का मर्डर करवा दिया।
और इसी प्रकार उससे छोटे गैंग (अर्श डला) ने मेला जी को सिर्फ इसलिए मार दिया की उन्होंने बठिंडा के व्यापारियों में कुछ डर पैदा करना था।
Bobby