देव समाज की प्रॉपर्टीस को कैसे तरीके से हथयाया जा रहा है, इसकी एक और संक्षिप्त वीडीओ हम मार्च, 2020 के शुरू में डाल चुके हैं। यह विडिओ उसके कुछ दिन पहले शूट किया गया था।
इसमें अनूप देव जी की वाइफ खुद सब कुछ अपने मुहँ से बता रही हैं की कौन है निर्मल ढीलों, और उसका काम और काम करने का ढंग क्या है? कैसे उसने अपनी फॅमिली सारी इसी काम में इन्वाल्व कर रखी है।
पहले वाला विडिओ जिसमें सारी स्टोरी शॉर्ट में बताई है:
संजीव जी, धन्यवाद आप ने ऐसे हालातों में इस समस्या को कवरेज दी। अपने अपना कीमती समय इस के लिए निकला उसके लिए भी धन्यवाद। किसी को भी कोई शंका हो तो वह हमें पूछ सकता है।
जिस Robbery की बात वीडियो में की गयी है, उसमें हमने दविंदर सिंह ढिल्लों को रंगे हाथों डाका मारते पकड़ा था और सारी घटना को फेसबुक पर लाइव दिखाया। लगभग 15 -15 मिनट के दो फेसबुक लाइव Videos के लिंक नीचे दे रही हूँ। उसमें दविंदर सिंह ढिल्लों, Vehicle नंबर etc. सारी घटना साफ़ दिखाई देती है l
Live videos के लिंक नीचे दिए गए हैं
We also posted this all on facebook and link is provided below
देव समाज की गुरुग्राम में 1 बीघा 13 बिस्वा (लगभग 4991.25 वर्ग गज़) ज़मीन थी, जिसको बेचने की जिम्मेवारी देव समाज मैनेजिंग कौंसिल ने अपनी 19.12.2014 की मीटिंग में श्रीमती मधु पराशर जी जो की उस समय देव समाज कॉलेज फॉर वीमेन फ़िरोज़पुर की प्रिंसिपल थीं को दी गयी। वे देव समाज Managing कौंसिल की मेंबर भी बनी हुई हैं। इसको बिना किसी Advertisement के बेच दिया गया।
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श्रीमती मधु पराशर ने दिनांक 26 जनवरी 2015 (गणतंत्र दिवस के दिन) उक्त जमीन बेचने के लिए Indo - UK educational services ltd company london के साथ 25 करोड़ रूपए में इकरारनामा किया, और बयाने के तौर पर 10 लाख रूपए का चेक नंबर 438314 दिनाक 26 जनवरी 2015 प्राप्त दर्शाये गए। तथा जमीन की रजिस्ट्री का समय जून 2015 से पहले शेष पूरी राशि अदा किये जाने के बाद तय किया गया।
अब प्रश्न यह है कि यह Indo - UK educational services ltd company london किसकी कंपनी है? कौन है इसका मालिक? यह कंपनी कब बनी ?
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1995 में निर्मल सिंह ढिल्लों ने जबरदस्ती, उस समय के सेक्रेटरी श्री विकास देव जी से अस्तीफा ले लिया था। उन्होंने अस्तीफ़े में शब्द ‘Under Duress’ लिख दिए थे, सो उन्हें फरीदाबाद की अदालत से case number 247 of 1995 स्टे मिल गया था l निर्मल सिंह ढिल्लों को ऊपर की अदालतों से भी कोई रहत नहीं मिली सो उसे 1996 के आस पास देव समाज से जाना पड़ा l
केस के कागज़ात हमारे पास हैं आप चाहें तो उन्हें देख सकते हैं।
12 से अधिक वर्षों तक देव समाज से बहार रहने के बाद निर्मल सिंह ढिल्लों फिर माफ़ी मांग कर देव समाज में वापिस आ गया। उसका कब्ज़े का सिलसिला फिर शुरू हो गया। 2011 में उसने फिर उस समय की सेक्रेटरी श्रीमती स्वदेश शर्मा जी से जबरदस्ती अस्तीफा ले लिया।
जिसके बाद उन्होंने उस समय के चंडीगढ़ के उप राज्यपाल जी को पत्र लिखा जिसमे निर्मल सिंह ढिल्लों को ’ धार्मिक आतंकवादी ’ कह कर उससे रक्षा की अपील की गयी।
इस पत्र की कॉपी भी हमारे पास है l
(श्री) अकबरपुर District कानपुर देहात उत्तर प्रदेश में भी इन्होने जबरदस्ती कब्ज़े की कोशिश थी। वहां भी इनपर विभिन्न धाराओं पर क्रिमिनल और सिविल केस चल रहे हैं। उनकी Copies भी हमारे पास हैं।