किसी भी शॉप कीपर के किसी भी प्रोडक्ट को आप फॉर्सब्ली, कानून बना कर उसका रेट चेंज करोगे, तो वो किसी और रूप में, जैसे वो दिखे ही न, फिर लगा दिया जाएगा। उससे पब्लिक को अधिक कन्वीन्यन्स होगी।
इग्ज़ैम्पल के तोर पर, यदि केरी बैग का खर्च वो अलग से नहीं लगा पाए।
तो क्या आप समझते हैं की वो लिफ़ाफ़े की कोस्ट को रिकवर नहीं करेंगे?
वो जरूर करेंगे। फरक यह होगा की यह उनकी सर्विस की ओवरॉल कोस्ट में जुड़ जाएगा।
उससे क्या होगा की जो लोग केरी बैग घर से नहीं ले जाते, उनके केरी बैग की कोस्ट का कुछ हिस्सा, कुछ भार, उन पर भी पड़ेगा जो केरी बैग नहीं लेना चाहते, या जो घर से ले जाते हैं।
इसी लिए ऐसे डिसिशन मैं मूर्खता पूर्ण मानता हूँ।