अमेरिका का दो बार केजरीवाल के बचाव में बयान देना
जर्मनी का केजरीवाल के बचाव में उतरना
खालिस्तानी पुन्नू का केजरीवाल को फडिंग करने का बयान देना
केजरीवाल का खलिस्तानियों के मूमेंट को समर्थन देना
भारत की सुपारी लेने वाले जार्ज सोरोस के साथ केजरीवाल की कदमताल
यह सब सामान्य घटना नहीं है
केजरीवाल द्वारा देश की आंतरिक अस्मिता और सुरक्षा को कमजोर करने की साजिशें है
भारत की राजनीति में भ्रष्टाचार की घटनाएं नई नहीं हैं, ना ही सत्ता में बैठे लोगों का भ्रष्टाचार के मामले में जेल जाना कोई बड़ी बात रही है… लालू से लेकर तक हेमन्त सोरेन तक कितने ही लोग जेल की रोटी तोड़ चुके हैं, या मलाई चाट चुके हैं. उसको लेकर देश में जहां तहां शोरगुल तो हो सकता है, लेकिन यह पहली बार है कि भारत के किसी करप्ट नेता के लिए विदेशों से आवाज उठ रही है.
केजरीवाल भारत की राजनीति में वैश्विक वामपंथ का सबसे बड़ा निवेश है. केजरीवाल जॉर्ज सोरोस का सौ मिलियन डॉलर है जो उसने भारत को बर्बाद करने के लिए अलग कर रखा है. केजरीवाल के लिए अमेरिका के स्टेट डिपार्टमेंट ने और जर्मनी की सरकार ने विरोध जताया है. पश्चिमी वामपंथ के पेट में मरोड़ यूं ही नहीं उठी है. उनका सबसे बड़ा मोहरा काटा गया है. केजरीवाल को just another corrupt politician समझने की भूल न करें. केजरीवाल वह सोशल न्यूक्लियर बॉम्ब है जो भारत में प्लांट किया गया है और जिसको डिफ्यूज करने का प्रयास किया जा रहा है.