पंजाब में नशा माफिया ने आसानी से नशा छुड़ाने में मदद करने वाली दवा पर भी पाबंदी लगवा दी थी और वो आसानी से मिलनी बंद हो गयी थी। हालांकि वो द्वा ऐसी है की उसका misuse बिलकुल भी नहीं हो सकता है।
लेकिन क्यूंकी हर ऐसे काम में, जिसमें खूब पैसे बनने की उम्मीद हो, कुछ ऐसे सरकारी दलाल शामिल हो जाते हैं, जो चाहते हैं की वो चीज़ केवल उनके या उनके बंदों के थ्रु ही उपलव्ध हो और वो उसको मन माफिक रेटस पर बेच सकें।
लेकिन किसी भले बंदे ने इस चीज़ को पहचाना और हाइ कोर्ट में चैलेंज कर दिया और कोर्ट ने भी तुरुन्त इस पर ऐतराज जाहिर करते हुए लिखा की क्या आप द्वा को भी शराब के ठेके के ढंग से बेचना चाहते हैं? और उनको थोड़ी ज्यादा छूट देते हुए 3 से 6 महीने के अंदर इस पर कारवाई करके वापिस हाइ कोर्ट में एक्शन taken रिपोर्ट जमा करवाने को बोला है।