दोस्तो, बाहर के शहरों का मैं कह नहीं सकता, लेकिन बठिंडा के कई पेट्रोल पम्प ग्राहकों से पता नहीं कब से ठगी कर रहे हैं।
मैं अपना श्हर के center में मोजूद, मशहूर पेट्रोल पम्प के साथ अपना एक्सपिरियन्स बताने जा रहा हूँ। मेरे ऑफिस की एम्प्लोयी ने activa में 100 रूपीस का पेट्रोल डलवाया। मैंने कहीं जाना था, तो मैंने एक बार आदत के हिसाब से खोल कर पेट्रोल चेक कर लिया। और मैं हैरान हो गया की उसमें 50 रूपीस जितना भी पेट्रोल नहीं था। लगभग खाली जैसी।
तो उसके बाद मैंने एक्सपरिमेंट करना ठीक समझा। और कई बार एक्सपरिमेंट करने के बाद पाया की उस खास पम्प पर पेट्रोल की मात्रा बहुत कम डाली जा रही है।
हो सकता है की यह ग्राहक देख कर करते हों। कोई सीक्रेट बटन आदि हो की अगर कोई यंग बच्चा डलवा रहा है तो उसको कितना कम डालना है, adult है तो कितना कम या पूरा।
और यह सिर्फ quantity की बात चेक की है। क्वालिटी का तो भगवान ही मालिक है।
और वैसे भी डर किस बात का। आपने तो अपना एक्सपिरियन्स ही बताया है। और आप अपनी बात पर स्टैंड करते हैं।
डर तो तब होता है, जब हम कोई ऐसी बात कहते हैं, जिस पर हमें यह कहना पड़े की सुनी सुनाई बात थी।
जो हमारे साथ खुद घटी है, कानून उसको बताने की इजाजत देता है।