बीजेपी-अकाली गवर्नमेंट के टाइम पंजाब गवर्नमेंट ने पब्लिक grievance की साइट http://publicgrievancepb.gov.in शुरू की थी, जिस पर कोई भी शिकायत करते थे, उसका निवारण मैक्सिमम 15 दिन में हो जाता था, कभी कभी 20-25 दिन भी लग जाते थे। और वो बहुत ज्यादा थे। आज के टाइम में 20 दिन?!!! Totally Unacceptable.
लेकिन वही बात न की बाप बुरा था, लेकिन बेटा इतना बुरा निकला की बाप को अच्छा कहलवा दिया।
अब अमरिंदेर सिंह को क्यूंकी अपनी खुद की ऐश से फुर्सत नहीं है, तो कोई भी डिपार्टमेंट अपना काम सही से करने में रूचि नहीं दिखाता।
फतेहवीर की डैथ तो इसकी एक्जाम्पल है ही। लेकिन मेरा यह नीचे दिया गया केस भी एक एक्जाम्पल है।
यह केस मैंने उसी साइट पर 26 जुलाई, 2018 को लिखवाया था। बिलकुल छोटी सी बात का।
और इसका फ़ाइनल क्लोसिंग जबाब कल, यानी 10 जून, 2019 को आया है।
इतना फास्ट!! अमरिंदेर सिंह जी, इतनी फ़ास्ट काम मत करिए की हमें यक़ीन ही ना आए।
Case No: SSPBD/E/2018/00015