जिस बंदे की गवर्नमेंट जॉब में सिलेक्शन हो गई, और जो सिर्फ 1 नंबर पर रह गया।
क्या उन दोनों की काबलियत में इतना फरक हो सकता है की दोनों के जीवन में जमीन आसमान का फरक पड़ जाए?
देखिए गवर्नमेंट एम्प्लोयी और नॉन-गवर्नमेंट एम्प्लोयी की 19 अप्रैल, 2020 को हुई लाइव बहस।
इस टॉपिक पर कुछ भी कहने के लिए, या इन मीटिंग में खुद शामिल होने के लिए, या बठिंडा हेल्पर व्हाट्सप्प/टेलेग्राम ग्रुपस में शामिल होने के लिए बठिंडा हेल्पर को 94 7878 4000 पर व्हाट्सप्प/टेलग्रैम msg भेजें।
या बठिंडा हेल्पर वेबसाईट पर आयें।
80Second का पहला टुकड़ा: 19 अप्रैल की लाइव डिबेट (गवर्नमेंट एम्प्लोयी vs नॉन-गवर्नमेंट एम्प्लोयी)
64Second का 2nd पार्ट: 19 अप्रैल की लाइव डिबेट (गवर्नमेंट एम्प्लोयी vs नॉन-गवर्नमेंट एम्प्लोयी)
तीसरा पार्ट ओन्ली फॉर पार्टिसपन्ट (नवीन जी)
4th पार्ट ऑफ 2M37S: 19 अप्रैल की (गवर्नमेंट एम्प्लोयी vs नॉन-गवर्नमेंट एम्प्लोयी) की लाइव डिबेट
Doctor Example by Naveen ji.
74 सेकंड का पाँचवा पार्ट: 19 अप्रैल की लाइव डिबेट (गवर्नमेंट एम्प्लोयी vs नॉन-गवर्नमेंट एम्प्लोयी)
106 सेकंड का 6 वा पार्ट: केवल उस पार्टिसपन्ट के लिए (डॉक्टर अशोक)
2M40Sec का 7th पार्ट: 19 अप्रैल की लाइव डिबेट (गवर्नमेंट एम्प्लोयी vs नॉन-गवर्नमेंट एम्प्लोयी)
2 मिनट 7 सेकंड का 8th पार्ट :