Washing Machine: Fully or Semi? Which Company?

सेमी और फुली ऑटोमैटिक वाशिंग मशीन के फ़ायदे और नुकसान!!

  • दोस्तों, 5-7 वर्ष पहले तक हम सेमी ऑटोमैटिक वाशिंग मशीन use करते थे। क्यूंकी मैं यह सोचता था की फुली ऑटोमैटिक वाशिंग मशीन बार बार पानी लेकर साबुन निकालने की कोशिश करतीं हैं। लेकिन बाद में कुछ लोगों ने समझाया की पानी बिल्कुल बराबर खर्च होता है। क्यूंकी सेमी में हम एक बार मशीन को भर कर कपड़े धोते हैं, और उसके बाद मशीन के बाहर एक टब भर कर उसमें पानी खंगालते हैं। वो जो पानी का टब हम बाहर वैस्ट करते हैं, उससे कम या उतना ही एक टब फुली ऑटोमैटिक लेती है। (कभी रेर केस में यदि उसको लगता है की पूरी तरह से साबुन नहीं निकला, तब एक रीफिल फालतू ले सकती है। ऐसा महीने दो महीने में एक बार ही होता है बस)।

  • और दूसरा फायदा यह है की सेमी लेकर भी घर के अंदर कपड़ों से साबुन निकालने के चक्कर में पानी और साबुन वाशिंग एरिया में खूब बिखरा रहता है। जबकि हमने जबसे फुली ऑटो ली है, पानी की एक बूंद भी कभी वाशिंग एरिया में नहीं देखी हमने।

  • तीसरी बात, सेमी में, जब कभी वाइफ कपड़े धोती है, और ऊपर से कोई गेस्ट आ जाए तो उसको दुविधा हो जाती थी की कपड़े धोऊँ या बीच में ही छोड़ दूँ। लेकिन फुली में कपड़े डाल कर वो ऐसे भूल जाती है जैसे की उस दिन कपड़े धो ही न रही हो।

  • नेक्स्ट, सेमी में जैंट्स कपड़े नहीं धो सकते। फुली में बच्चा भी धो सकता है।

  • नेक्स्ट, सेमी में (अक्सर) दो टब होने की बजह से मशीन को जगह अधिक चाहिए। फुली में उससे आधी जगह में मशीन आ जाती है।


यदि फुली लें तो कौन सी, टॉप या फ्रन्ट?

  • टॉप का फायदा यह है की आप चलती मशीन में भी कोई कपड़ा यदि रह गया तो उसको उसमें फेंक सकते हैं। साइकिल रोक कर उसमें कपड़े निकाल भी सकते हैं। लेकिन फ्रन्ट लोडिंग में उसने एक बार पानी ले लिया तो जब तक की (उसका साइकिल पूरा होने पर) वो पानी ड्रैन नहीं होता, आप उसके ढक्कन को खोल नहीं सकते। और इसलिए न ही उसमें से कोई कपड़ा निकाल सकते हैं, न ही डाल सकते हैं।

  • नेक्स्ट यह है की फ्रन्ट लोडिंग में कपड़े में सिलवटें न के बराबर पड़तीं हैं। क्यूंकी उसमें कपड़े ऊपर से नीचे गिरते हैं और आपस में उलझते नहीं। आप कई बार बिना प्रेस के भी पहन सकते हैं। जबकि टॉप लोडिंग में कपड़े केवल horizontally घूमने के कारण आपस में थोड़े उलझ से जाते हैं, जिस बजह से बिना प्रेस किए पहनना उनको मुश्किल है (शायद इसीलिए फ्रन्ट लोडिंग को प्रीमियम प्रोडक्ट समझा जाता है)।

  • नेक्स्ट, फ्रन्ट लोडिंग प्रीमियम प्रोडक्ट पेश किए जाने के कारण, टॉप लोडिंग से काफ़ी महंगी आतीं हैं।

  • फ्रन्ट लोडिंग की रिपेर टॉप लोडिंग के मुकाबले काफ़ी महंगी है। बल्कि मैं तो कहूँगा की उसकी सर्विस/रिपेर केवल कंपनी का सर्विस सेंटर ही कर सकता है। आम/बाहर वाले मिकैनिक उसको हाथ लगाने/खोलने से ही इनकार कर देते हैं (जैसा की मुझे एक मेम्बर ने बताया)।

  • नेक्स्ट, उसके बाद कुछ कॉम्पनीस ने फ्रन्ट और टॉप लोडिंग दोनों के बेनेफिट लेने के लिए एक टिल्ट मोडेल भी पेश किया है। जो 45 डिग्री पर खुलती है। न पूरी तरह से टॉप, न पूरी तरह से फ्रन्ट। वो थोड़ी महंगी देती हैं कॉम्पनीस। फायदा लेने के लिए। मेरे भाई ने 2 वर्ष पहले वो 38000 की ली थी (शायद आईएफ़बी)।

नेक्स्ट आ जाती है ब्रांड की बात:

  • तो भाइयों, सैमसंग सबसे बुरी कंपनी गिनता हूँ मैं प्रोडक्ट क्वालिटी के मामले में (चाहे उसकी ऐड्वर्टाइज़्मन्ट की बजह से उसकी सेल टॉप 3 में आती हो)।
    एलजी, आईएफ़बी दोनों सैमसंग से थोड़ी बेहतर। बस।
    मैं ज्यादा अच्छी गिनता हूँ, केल्विनटोर, एलेक्टरोलुक्स, philips, Videocon को।
    इंडिया में फिलिप्स की मशीन अब वीडियोकॉन ही बनाती है। केल्विनटोर एलेक्टरोलुक्स में मर्ज हो गई थी, और अब एलेक्टरोलुक्स भी वीडियोकॉन में मर्ज हो गई है शायद।

  • और कुछ पूछना चाहते हैं तो नीचे कमेन्ट/रिप्लाइ करें प्लीज।

बॉबी जोफ़न

1 Like